मालपुरा|
मकर संक्रांति के पर्व पर पतंग बाजो द्वारा रात के अंधेरे में उड़ाई गई चिमनी नुमा मोमबत्ती वाली पतंग से चारे के ढेर में आग लग जाने से दस से अधिक ट्रोली चारा जलकर राख हो गया।मकर संक्रांति के त्यौहार पर एक और जहाँ दिन भर छतों पर वो काटा-वो काटा का शोर गूँजता रहा वहां देर रात को पतंग बाजों द्वारा चिमनी जला रात में उडाई गई एक पतंग शहर के घनी आबादी के बीच जयपुर रोड़ स्थित रुई पैच के पास रामकिशन शर्मा(बारागाव)के बाड़े में रखी कड़बी के ढेर में जलती हुई पतंग आ गिरी।पतंग की चिनगारी से लगी आग से देखते ही देखते बाड़े में रखी लगभग दस से अधिक ट्रोली चारा जलकर राख हो गया।सूचना पर पहुंची मालपुरा पालिका की दमकल ने आग बुझने से पहले ही दमतोड़ दिया।तेज हवा के कारण आग और अधिक विकराल हो गई।आग बजाने के लिए लोगों ने अपने निजी टेंकरो से दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।लोंगो ने करोड़ो की नगरपालिका में दमकल जैशी मूलभूत सुविधाओं के अभाव पर कड़ी नाराज़गी जताई।देर रात तक आग पर काबू पाने का दौर जारी रहा।