भरतपुर (राजेन्द्र जती ) । भरतपुर में स्थित मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की एक
छात्रा ने अपनी फैकल्टी पर शारीरिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कॉलेज
के प्राचार्य को लिखित में शिकायत दर्ज कराई है जिसके बाद मेडिकल कॉलेज
की छात्राओं ने कॉलेज में उत्पीड़न के मामले में फैकल्टी के खिलाफ विरोध
प्रदर्शन किया।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ अजय कुकरेजा ने बताया की एमबीबीएस प्रथम की
छात्रा ने अपनी फैकल्टी के खिलाफ उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है जिसकी
जांच शुरू कर दी है और महज 24 घंटों में दोषी के खिलाफ कार्यबाही की
जाएगी। मेडिकल स्टूडेंट की शिकायत के बाद कॉलेज की एक जेंडर हरासमेंट
कमिटी है जो डाॅ. ओलिवसिह की अध्यक्षता में सात सदस्यीय कमेटी द्वारा
जांच की जायेगी। यह कमिटी सिर्फ 24 घंटों में अपनी तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश
करेगी। भरतपुर में पहली बार खुले मेडिकल काॅलेज में प्रथम वर्ष के 100
छात्र-छात्रायें अध्ययनरत हैं जिनमें से 45 छात्रायें शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक 21 वर्षीय पीड़िता जो उत्तर प्रदेश के कानपुर की
निवासी है जो एमबीबीएस की प्रथम वर्ष की छात्रा है ने कॉलेज के प्राचार्य
को लिखित में शिकायत दी है की विगत दिन दोपहर को 1.50 बजे सहायक प्रोफेसर
केएल मीणा ने उसको फोन करके अपने ऑफिस बुलाया और जब में उसके ऑफिस पहुंची
तो पहले उन्होंने मुझे चार्ट दिखाना शुरू कर दिया बाद में काफी देर हो
गयी तो मेने उनको कहा की मुझे अपनी फ्रेंड के साथ मार्किट जाना है जिस पर
उन्होंने मेरे साथ शारीरिक उत्पीड़न करना शुरू कर दिया और में वहां से
भागकर निकलने में कामयाब हो सकी।
पीड़िता की शिकायत के बाद भरतपुर शहर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश
पंचम एवं सेवर थाना पुलिस मौके पर कॉलेज पहुंचे और पीड़िता के साथ साथ
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से जानकारी ली व उनको जांच करने के निर्देश
दिए है। दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ केएल मीणा जिस पर
शारीरिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है उसकी पत्नी डॉ कविता यादव भी इसी कॉलेज
में सहायक प्रोफेसर के पर तैनात है जो कि सहपरिवार रहते हैं।
सहायक प्रोफेसर डा. केलएल मीणा ने बताया की जिस लड़की ने उन पर जो आरोप
लगाए है वह सरासर झूठे हैं बल्कि आरोप लगाने वाली छात्रा की उपस्थिति
काफी कम होने व् इंटरनल एग्जाम नहीं देने के बाद उसने अपनी इन कमियों को
पूरी करने दबाब के चलते मुझ पर झूठे आरोप लगा रही है।