जयपुर
विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली हार के कारणों की समीक्षा तथा आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारियों पर चर्चा के लिए पार्टी आलाकमान ने दिल्ली में गुरूवार को बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि बैठक के दौरान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का नाम भी तय किया जाएगा।
बैठक में भाग लेने के लिए प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी और प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर दिल्ली जाएंगे। सभी सीटों से फीडबैक मंगवाया गया है तथा हार के कारणों की समीक्षा के साथ ही नेताओं के कामकाज की परफार्मेन्स भी जांची जा रही है। पार्टी ने प्रदेश में विधानसभा चुनावों में 73 सीटों पर ही जीत दर्ज की है। यहां पिछले चुनावों में पार्टी को 163 सीटें मिली थी, ऐसे में इस बार पार्टी को 90 सीटों का नुकसान हुआ है।
वसुंधरा व सैनी से मुलाकात
विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद कई विधायक बुधवार को भाजपा कार्यालय आए और प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निवास पर भी कई विधायक और पार्टी प्रत्याशी पहुंचे तथा उनसे मिलकर फीडबैक दिया। हालांकि पार्टी की हार के बाद दोनों स्थानों पर सन्नाटा ही पसरा रहा। भाजपा मुख्यालय पर कर्मचारियों के अलावा कुछेक पदाधिकारी ही पहुंचे तथा कुछ देर बाद वहां से निकल गए। निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल,राजेन्द्र राठौड, कालीचरण सराफ और अशोक लाहोटी भाजपा कार्यालय आए और प्रदेशाध्यक्ष से मुलाकात की।
सैनी ने ली हार की जिम्मेदारी
इधर, पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी ने ली है। उन्होंने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हैं। चुनावों में मुख्यमंत्री से लेकर कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की। उन्होंने विधानसभा की हार के साथ ही लोकसभा की तैयारियां शुरू करने का भी आह्वïान किया।
सैनी ने कहा कि हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी ताकि जो कमी हो उसे दुरूस्त की जा सके। हर सीट पर हार जीत का आकलन चल रहा है और उसी के आधार पर नेताओं की परफोर्मेंस जांची जा रही है। चुनाव में सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी, मंत्री, विधायकों ने खूब काम किया और उसी के आधार पर ही यह परिणाम आया है।