वन विभाग की गश्ती टीम को देखकर ट्रैक्टर चालक मौके से हुए फरार
अलीगढ़, (शिवराज मीना)। सुप्रीम कोर्ट द्वारा राजस्थान में भले ही बजरी खनन पर रोक लगा रखी हो, लेकिन बजरी माफिया उपखण्ड क्षेत्र के बनेठा कस्बे से गुजर रही बनास नदी में अवैध खनन करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे में आमजन पुलिस व वन विभाग की कार्यवाही पर सवाल उठाते व बजरी माफियाओं से मिलीभगत के आरोप लगाते हुए नजर आ रहे हैं।
गुरूवार को वन विभाग द्वारा अवैध बजरी खनन पर कार्यवाही करते हुए उनियारा उपखण्ड के क्षैत्रीय वन अधिकारी मुख्यालय अलीगढ़ शंकरसिंह रावत के नेतृत्व गठित टीम में वनपाल नवरत्न शर्मा , राकेश मालाकार , सहायक वनपाल विनोद चौधरी , वाहन चालक शहजाद खान द्वारा बनेठा क्षैत्र में गश्त के दौरान गुरुवार को रेड नदी बनास बनेठा से अवैध खनन कर ले जा रही बजरी से भरी 7 ट्रैक्टर-ट्रॉलीयों का पीछा कर सूंथडा होते हुये ढिकोलिया कस्बे में टोंक-सवाई माधोपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 116 के प्लांट में घुसकर ट्रैक्टरों को रूकवाने पर मौके से 5 ट्रैक्टर- ट्रॉली को चालक लेकर फरार हो गये। वहीं वन विभाग टीम ने 2 ट्रैक्टर – ट्रॉली को जब्त किया गया। लेकिन मौके से दोनों ट्रैक्टर – ट्रॉली के चालक भी फरार हो गये। वन विभाग ने उनियारा व अलीगढ़ थाना पुलिस की मदद से दोनो ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर वन विभाग अलीगढ़ परिसर में खड़ा करवाया गया।
क्षेत्रीय वन अधिकारी अलीगढ़ शंकरसिंह रावत ने बताया कि अवैध खनन कर चोरी से ले जायी जा रही अवैध बजरी से भरे ट्रैक्टर-ट्रालियों को जब्त कर कार्यवाही की जा रही है। साथ ही बताया कि ट्रैक्टरों द्वारा चोरी की गई अवैध बजरी राजकीय संपत्ति को खरीदने एवं उपयोग में लेने की अलग से कार्यवाही की जा रही है। अवैध बजरी खरीदने का प्लांट प्रबंधक से मौके पर रिकॉर्ड मांगा गया, जिसको उपलब्ध नहीं करवाने से बजरी के उपयोग पर रोक हेतु प्रबंधक को पाबंद किया गया है।