जयपुर। विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा में प्रत्याशी चयन को लेकर बडे नेता ही एकराय नहीं हो पा रहें हैं। संभावित प्रत्याशियों के नामों पर एकराय बनाने तथा चुनावी तैयारियों की चर्चा के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दिल्ली रवाना होने से पहले राष्टï्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर के निवास पर गई तथा करीब आधे घंटे तक उनसे टिकटों पर एकराय बनाने को लेकर चर्चा की। सीएम से पहले पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र राठौड ने भी माथुर से लंबी मंत्रणा की।
सीएम और माथुर की इस मुलाकात के बाद भाजपा नेताओं में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। बता दें कि अपने पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान सीएम एक बार भी माथुर के निवास पर नहीं गई लेकिन टिकटों पर मंथन के बीच एकाएक उनका वहां जाना कई सवाल खडे कर रहा है।
हालांकि सीएम राजे के जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए माथुर ने कहा कि अभी तक सभी सीटों को लेकर पार्टी में सहमति नहीं बनी है। टिकट पर भाजपा में आम सहमति से ही फैसले लिए जाते है। दयको लेकर मंथन लगातार जारी है और अभी मंथन के कई दौर चलेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ भी इस पर चर्चा होगी। साथ ही यह भी चर्चा है कि भाजपा की पहली सूची में वे नाम ही शामिल होंगे जिन पर प्रदेश नेताओं में किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं है। जिन नामों पर नेताओं में एकराय नहीं है उनकी घोषणा बाद में की जाएगी।
ज्ञात हो कि भाजपा में मुख्यमंत्री राजे और ओम माथुर को धुर विरोधी माना जाता है। ऐसे में इनकी मुलाकात के बहाने कार्यकर्ताओं को संदेश देने की कोशिश की गई है कि विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लडा जाएगा।
इसके साथ ही राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर प्रदेश के नेताओं की सहमति के बाद ही नाम फाइनल किए जाएंगे। ऐसे में टिकटों में किसी एक गुट को ज्यादा तवज्जो देनेे के कयासों पर भी विराम लगाने की कोशिश की जा रही है।