भरतपुर (राजेन्द्र जती )। देवनारायण मंदिर समिति की ओर सेदेव छठ के दिनबुद्ध की हाट स्थित देवनारायण मंदिर पर फू ल बंगला झांकी सजाई गई ।देवनारायण की फड का वाचन गुर्जर जाति के बुजुर्ग लोगों द्वारा किया गया तथा देवनारायण भगवान के लोक गीत गाये गये गुर्जर समाज के युवाओं को अपने परम्परागत संस्कृति को अपनाने का सन्देश दिया गया।
मंदिर समिति के पदाधिकारी डिगम्बर खटाना ने बताया कि भगवान देवनारायण का जन्म आसंीद भीलवाड़ा में सवाई भोज के घर में हुआ इनकी माता का नाम सोठी खटाना था यह गुर्जर में जन्म थे। आसीन्द और देवमाली के अतिरिक्त इनका प्रसिद्ध एवं विशाल देवरा या देवालय टौंक जिले की निवाई तहसील में वनस्थली विद्यापीठ से 8 किमी दूर जोधपुरिया गांव में है। इस मंदिर में देशी घी की अखण्ड ज्योति जलती रहती है। लोककथा का गायन, पान्होरी गांव से आये गुर्जर समाज के लोगों और घसौला से आये समाज के लोगों ने किया ।
आयोजक रतन सिंह ड्योढीवान सहित बाबू कोच, चन्द मावइ, गोरधन सिंह, गिर्राज सिंह, श्रीराम चन्देला, गोविन्द त्येाहारी, उदयभान सिंह, इन्द्रजीत खटाना, ब्रजमोहन मार्वन, सौरभ धाऊ, भरत धाऊ,सूरज धाऊ, डिगम्बर खटाना, राघवेन्द्र गुर्जरए, गोपाल मानसिंह गुर्जर, यदुनाथ ड्योढीवान, विरेन्द्र गुर्जर, चिन्टू गुर्जर, भरत खटाना, चैथी गुर्जर, दीवान खटाना, पप्पू पार्षद, मान सिंह वैद्य आदि उपस्थित थे।