पार्टी से निष्कासन के बाद उनका सभापति पद से हटना तय हो गया हैं।
नगर परिषद के आधे से ज्यादा पार्षद समदानी के खिलाफ थे, वहीं नगर परिषद आयुक्त से भी उनकी बन रही थी
जयपुर। भाजपा की राजस्थान गौरव यात्रा शुरू होने से पहले ही प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने भ्रष्टाचार पर बड़ा प्रहार करते हुए भीलवाड़ा नगर परिषद की सभापति श्रीमती ललिता चंदानी को पार्टी से निलंबित कर दिया है। समदानी पर अनुशासनहीनता के साथ ही भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में परिवाद भी दायर हो चुका है।
पार्टी को लगातार मिल रही शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए सैनी ने देर रात चंदानी को भाजपा से निकाल दिया। फिलहाल उनका निष्कासन 6 साल के लिए किया गया है अब पार्टी से निकलते ही उनका सभापति पद से हटना से माना जा रहा है।
ज्ञात हो कि भीलवाड़ा में चल रही राजनीतिक उथल पुथल के चलते कई बड़े घटनाक्रम हुए हैं। हाल ही में मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर के खिलाफ भाजपा नेताओं ने ही मोर्चा खोल दिया वही अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी नाराजगी है। ऐसे में डैमेज कंट्रोल में जुटी भाजपा नहीं है कड़ा कदम उठाया है।
गुरुवार को दिन में भीलवाड़ा विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी भी पर कार्यालय आए थे और उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी प्रदेश संगठन मंत्री चंद्रशेखर से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि उनकी मुलाकात के बाद ही समदानी को पार्टी से निकालने का निर्णय किया गया है।
भीलवाडा नगर परिषद की सभापति ललिता समदानी को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी ने अनुशासन हीनता के आरोप में पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। समदानी पर भ्र्ष्टाचार के कई आरोप लगे थे। उनके खिलाफ एसीबी में परिवाद भी दर्ज हुआ है।