एग्जीबिशन में नारी की विभिन्न मुद्रा और प्राकृतिक सौन्दर्य का रंग
अंडमार-निकोबार से आए ट्रेनर
जयपुर । राजस्थान विश्वविद्यालय के स्वीमिग पूल में स्कूबा डाईविंग और अंडर वाटर पेंटिग्स को लेकर जयपुराईट्स में जबरदस्त के्रज है। महिला सशक्तिकरण की थीम पर आयोजित स्कूबा डाईविंग से अडरवाटर पेंटिग्स को देखना अपने आप में बेहद उ दा और रोमांचित करने वाला रहा।
राज्य महिला आयोग की चेयरमैन सुमन शर्मा ने रविवार को आरयू स्थित स्वीमिग पूल पर एग्जीबिशन का विजिट किया और स्कूबा डाईविंग और अडर वाटर पेंटिग्स के बारे में करीबी से निहारा। कोर्डिनेटर भुवनेश्वरी रंगनाथन ने बताया कि इसमें देशभर की 150 आर्टिस्ट हिस्सा ले रही है। एग्जीबिशन में अण्डर वाटर के बाहर लगी महिला सक्तिकरण, प्राकृतिक सौन्दर्य और इमेजिनेशन की थीम आकर्षित किया।
सीनियर आर्टिस्ट सविता आर्य ने एग्जीबिशन के बारें में ब्रीफ किया। आयोग चेयरमैन ने पहली बार इस तरह का आयोजन बेहद शानदार है। उन्होंने प्रतिभागियों को सराहा। इस दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया। विजिटर्स को अण्डर वाटर पेंटिग्स स्कूबा डाईविंग से दिखाने के लिए अण्डमार निकोबार से आए वुमन और जेंटस स्कूबा डाईविंग इंस्ट्रक्टर ने विजिट करवाया। आर्टिस्ट सरोज कुमावत ने डेकोरेशन से नया क्रियेशन किया।
पूल के अंदर 50 पेटिंग और बाहर 16 पेटिंग डिस्पले
अडर वाटर में प्लास्टिक कलर से वाटर प्रूफ पेटिंग बनाई है। पूल के अंदर 50 पेटिंग और बाहर 16 पेटिंग डिस्पले की गई है। डाइव इंडिया के प्रफुल्ल ने बताया कि अंडर वाटर स्कूबा डाईविंग शुरू करते ही पानी में किसी भी चीज को देखने के लिए आंखे कम से कम एक मिनट में एडजेस्ट होती है।
पूल में लगी पेटिंग्स को देखते हुए विजिटर्स अपने आप को मछली की तरह इमेज करते है और उसको निहारते है। इंस्ट्रक्टर के निर्देश को विजिटर्स फोलो करते है। पर्यटन की दृष्टïी से जयपुर बहुत अच्छा शहर है। स्कूबा डाइविंग को लेकर क्रेज बढ़ रहा है। इसको एडवेंचर ट्यूरिज्म से कनेक्ट किया जा रहा है।